Vedic Pooja Mantra

सूर्य नमस्कार मन्त्र
सूर्य नमस्कार के समय सूर्य देव के मन्त्रों के जप करने से भौतिक रूप से तो आप शारीरिक लाभ प्राप्त करते ही है साथ में अध्यात्म की द्रष्टि से भी सूर्य देव से विशेष आर्शीवाद प्राप्त करते है | सूर्य नमस्कार के समय सूर्य देव के इन मन्त्रों के उच्चारण से सूर्य देव प्रसन्न होकर आपको आशीर्वाद देते है | जन्म कुंडली में सूर्य जनित दोषों से आप छुटकारा पाते है | तो आइये जानते है सूर्य नमस्कार के समय उच्चारण किये जाने वाले मन्त्रों के विषय मे

सूर्य नमस्कार के तेरह मंत्र : –
ॐ मित्राय नमः
ॐ रवये नमः
ॐ सूर्याय नमः
ॐ भानवे नमः
ॐ खगाय नमः
ॐ पूष्णे नमः
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
ॐ मरीचये नमः
ॐ आदित्याय नमः
ॐ सवित्रे नमः
ॐ अर्काय नमः
ॐ भास्कराय नमः
ॐ श्री सबित्रू सुर्यनारायणाय नमः
सूर्य नमस्कार के विषय में शास्त्रों में एक श्लोक प्रचलित है : –

आदित्यस्य नमस्कारान् ये कुर्वन्ति दिने दिने।
आयुः प्रज्ञा बलं वीर्यं तेजस्तेषां च जायते ॥

भगवान श्री गणेश स्तुति मंत्र : –

विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय, लम्बोदराय सकलाय जगद्धिताय!
नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय, गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते!!
भक्तार्तिनाशनपराय गनेशाश्वराय, सर्वेश्वराय शुभदाय सुरेश्वराय!
विद्याधराय विकटाय च वामनाय , भक्त प्रसन्नवरदाय नमो नमस्ते!!
नमस्ते ब्रह्मरूपाय विष्णुरूपाय ते नम:!
नमस्ते रुद्राय्रुपाय करिरुपाय ते नम:!!
विश्वरूपस्वरूपाय नमस्ते ब्रह्मचारणे!
भक्तप्रियाय देवाय नमस्तुभ्यं विनायक!!
लम्बोदर नमस्तुभ्यं सततं मोदकप्रिय!
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा!!
त्वां विघ्नशत्रुदलनेति च सुन्दरेति ,
भक्तप्रियेति सुखदेति फलप्रदेति!
विद्याप्रत्यघहरेति च ये स्तुवन्ति,
तेभ्यो गणेश वरदो भव नित्यमेव!!
गणेशपूजने कर्म यन्न्यूनमधिकं कृतम !
तेन सर्वेण सर्वात्मा प्रसन्नोSस्तु सदा मम !!

अगर आप समय के अभाव रहते उपरोक्त स्तुति मंत्र द्वारा गणेश जी की आराधना नहीं कर पाते है तो इस छोटे से मंत्र द्वारा उनकी आराधना कर सकते है :

ॐ गणानां त्वा गणपतिं हवामहे कविं कवीनामुपमश्रवस्तमम् ।
ज्येष्ठराजं ब्रह्मणाम् ब्रह्मणस्पत आ नः शृण्वन्नूतिभिःसीदसादनम्
ॐ महागणाधिपतये नमः ॥

उपरोक्त दोनों स्तुति(Ganesh Stuti) मन्त्रों में किसी भी एक या दोनों मंत्रो का प्रयोग गणेश जी की आराधना के समय कर सकते है | गणेश जी आपकी सभी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें |