मंगल से शुरू होगा नया साल, अंतिम दिन भी यही ,
सालभर में चार ग्रहण
साल 2018 की विदाई की बेला आ गई है। नए साल के स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई हैं। कैसा रहेगा नया साल 2019 और जीवन में बेहतरी आएगी या नहीं? शिक्षा-करियर, खेती, स्वास्थ्य और राजनीति समेत कई मुद्दों पर ज्योतिषियों ने कई भविष्यवाणियां की हैं। ज्योतिषाचार्य अक्षय शास्त्री के अनुसार इस बार साल की शुरुआत मंगलवार से होगी और अंतिम दिन भी यही वार होगा। इसके अलावा सालभर में सूर्य और चंद्र को मिलाकर कुल चार ग्रहण पड़ेंगे। हालांकि इनमें से दो अप्रभावी हैं। शादियों की बात करें तो करीब 49 मुहूर्त पड़ेंगे। वर्तमान वर्ष यानी 2018 में शादियों के 26 मुहूर्त मिले। इस बार अधिमास से कई त्योहारों की तिथियों पर असर पड़ा। राहत यह है कि नए साल में एक भी अधिमास नहीं होगा। साल की शुरुआत पौष मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी से होगी। इस दिन सफला एकादशी भी है। साथ ही साथ राहु प्रधान स्वाति नक्षत्र है। नया साल मंगलवार को राहु प्रधान नक्षत्र से शुरू हो रहा है और समापन भी मंगलवार को राहु प्रधान नक्षत्र में ही होगा। वर्षभर गुरु वृश्चिक राशि में रहेंगे और साल के अंत में अपनी राशि बदलेंगे। 6 अप्रैल को हिंदू नववर्ष शुरू होगा। इस नववर्ष को प्रमाथी नाम संवत्सर के नाम से जाना जाएगा। इसके राजा शनि और मंत्री सूर्य रहेंगे। ग्रहों की स्थिति बताती है कि इससे लोगों को निजी जिंदगी में कई फायदे होंगे, वहीं राष्ट्रीय स्तर पर प्राकृतिक आपदाएं और राष्ट्रों के बीच तनाव पैदा होने की आशंका भी रहेगी। जिन लोगों का लंबे समय से प्रमोशन नहीं हुआ है या जो किसी वजह से लंबे समय से परेशान हैं, उनके लिए यह नया साल काफी अच्छा रहेगा। उनकी तमाम परेशानियां दूर होंगी।